वाराणसी। भारत के जीवन बीमा क्षेत्र की सबसे नई कंपनियों में से एक , इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (इंडियाफर्स्ट लाइफ) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की शुरुआत भले ही एक बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में की थी लेकिन समापन मजबूत प्रदर्शन से की। यह उसकी विपरीत परिस्थितियों का सामना करके उनसे उबरने की मजबूत क्षमता को दर्शाता है। साथ ही उसकी बेहतरीन रणनीति का भी भी प्रमाण है।
कंपनी के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए इंडियाफर्स्ट लाइफ के एमडी और सीईओ रुषभ गांधी ने कहा वित्तीय वर्ष 2025 हमारा अनुशासन पर आधारित क्रियान्वयन, दक्षता, और ग्राहक को ससबसे पहले रखने के नजरिए का मजबूत प्रमाण है। हमारी सोच में नवाचार है। इसी के चलते हम एक प्रमुख बैंकएश्योरर से मल्टी-चैनल वितरण संगठन के रुप में बदल सके। बेशक सालाना आधार पर हमारी वृद्धि 4प्रतिशत ही रही। लेकिन चौथी तिमाही में सालाना आधार पर हमारी ग्रोथ 78प्रतिशत की रही। यह जीवन बीमा क्षेत्र की औसत ग्रोथ से कहीं ज्यादा रही। कंपनी इस उच्च ग्रोथ को आने वाले समय में भी बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध है।”
कंपनी ने 1,427 करोड़ रुपए का खुदरा नया व्यवसाय एपीई हासिल किया। इंडियाफर्स्ट लाइफ ने पिछले लगातार 9 माह से मासिक रिटेल एपीई में 100 रुपए करोड़ के आंकड़े को पार किया।। इसके बल पर कंपनी 2024-25 की समाप्ति पर 12 नंबर की सबसे बड़ी निजी जीवन बीमा कंपनी बनने में सफल रही। कंपनी के गैर-बैंकएश्योरेंस चैनलों ने नए रिटेल व्यवसाय एपीई में 126प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की। जो यह इसके कारोबार में विविधता की रणनीति को बताता है। अपने पहले वर्ष में, बीमा कंपनी के एजेंसी चैनल, जिसमें 32 शाखाएं और 3,800 से अधिक नए सलाहकार शामिल हैं, ने 106 करोड़ रुपए का नया व्यवसाय एपीई उत्पन्न किया।
सभी चैनलों में मजबूत वृद्धि के साथ, इंडियाफर्स्ट लाइफ वित्तीय वर्ष 2026 में इसी रफ्तार से आगे बढ़ने को तैयार है। कंपनी नवाचार, ग्राहक-केंद्रित समाधान और सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है।