भारत में 30 गीगावॉट की कुल क्षमता वाले घरेलू सोलर मार्केट के लिए हस्क ने बीम लॉन्च की

मुंबई: हस्क ने खास तौर पर भारत में घरेलू छतों पर लगाए जाने वाले सोलर के लिए बीम के लॉन्च की घोषणा की। यह कंपनी बेहतरीन ग्राहक सेवा और उत्कृष्ट टेक्नोलॉजी मुहैया कराएगी। बीम पर हस्क का पूरा मालिकाना हक है और बीम पूरे देश में घरेलू ग्राहकों को टारगेट करेगी और इसके लिए सोलर सिस्टम डिज़ाइन के क्षेत्र में हस्क की दो दशकों की विशेषज्ञता, टेक्नोलॉजी डिज़ाइन, इंस्टालेशन और सर्विस का पूरा लाभ उठाएगी।
बीम के प्रॉडक्ट की पूरी रेंज इस तरह डिज़ाइन की गई है कि सभी घरों या ग्राहकों की जरूरतों को पूरा कर सके। सही साइज़ के सिस्टम का सुझाव देने से लेकर जगह के हिसाब से सोलर के साइज़ को कस्टमाइज़ करने, बिजली जनरेशन से जुड़ा डेटा ऐक्सेस करने जैसी सुविधाओं के साथ बीम सभी घरेलू उपभोक्ताओं को उनकी जरूरतों के हिसाब से शानदार सेवाएं उपलब्ध कराएगी। उपभोक्ता या ग्राहक अपनी जरूरतों का आसानी से आकलन कर सकते हैं, अपने लिए प्रॉडक्ट चुन सकते हैं, खरीदी और इंस्टालेशन बुक कर सकते हैं। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और रिमोट लोकेशन से भी की जा सकती है। बीम अभी शुरुआत में दो प्रॉडक्ट, ऑरा और इटेर्निया उपलब्ध करा रही है। इनके जरिए सपाट छतों के लिए समाधान उपलब्ध कराए जा रहे हैं और भारत में ज्यादातर छतें इस तरह की ही होती हैं। इसके अलावा, अपने पार्टनर के जरिए बीम कम ब्याज वाली फाइनेंस सुविधा भी दे रहा है और सब्सिडी और नेट मीटरिंग बिलिंग के लिए पूरी तरह सहायता दे रहा है।
हस्क की चीफ कमर्शियल ऑफिसर (सीसीओ) और बीम की प्रमुख अनुभा शुक्ला कहती हैं, “पीएम सूर्य घर योजना की सब्सिडी, कम ब्याज पर लोन, और 15 दिनों की सरल एप्लीकेशन प्रोसेस की मदद से भारत में घरेलू सोलर के विकास के लिए आदर्श स्थितियां बनाई गई हैं, लेकिन फिर भी यह इंडस्ट्री धीमी गति से आगे बढ़ रही है, कई सेगमेंट में बंटी हुई है, सुव्यवस्थित नहीं है और घरेलू उपभोक्ताओं या ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने की स्थिति में फिलहाल नहीं हैं।”
बीम शुरुआत में उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को टारगेट कर रही है।
हस्क के सीईओ और को-फाउंडर मनोज सिन्हा कहते हैं, “बीम का एआई पर आधारित डिजिटल प्लैटफॉर्म सोलर लगवाने की पूरी प्रक्रिया को बहुत आसान बना देता है। यह बिल्कुल उसी तरह है जैसे 15 साल पहले आईफोन ने मोबाइल कॉमर्स में क्रांति ला दी थी।”श्री सिन्हा आगे कहते हैं, “हस्क की मंजिल यह नहीं है, बल्कि हम बीम की मदद से भारत के एनर्जी सेक्टर को वर्चुअल पॉवर प्लांट में बदलने का सपना रखते हैं जिससे देश में ऐसा एनर्जी सेक्टर बनेगा जिसमें सभी को जोड़ा जाएगा और सभी को शामिल किया जाएगा। लोकतांत्रिक व्यवस्था की तरह ऊर्जा का निर्माण और उसकी खरीद-फरोख्त लोगों के हाथों में होगी।”

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