● राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने अंतर्राष्ट्रीय टेम्पल्स कन्वेंशन और एक्सपो 2023 के अध्यक्ष और महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य प्रसाद लाड, टेम्पल कनेक्ट और इंटरनेशनल टेम्पल्स कन्वेंशन और एक्सपो 2023 के संस्थापक गिरेश कुलकर्णी, भारत के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
● प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र के माध्यम से पहल की सराहना और समर्थन किया
● पहले दिन में भारत के सबसे अमीर और सबसे अधिक देखे जाने वाले मंदिर द्वारा की गई सामाजिक पहल पर श्री एवी धर्म रेड्डी, कार्यकारी अधिकारी, तिरुमाला तिरूपति देवस्थानम द्वारा महत्वपूर्ण मंदिर वार्ता और श्री सुनील वर्मा (आईएएस, काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ) द्वारा काशी-विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट शामिल था
● अन्य प्रतिष्ठित वक्ताओं में डॉ. सुधांशु त्रिवेदी राष्ट्रीय प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राज्यसभा सदस्य, श्रीमती तमिलिसाई सौंदर्यराजन, तेलंगाना की राज्यपाल, श्री कोविलुर स्वामीजी पुडुचेरी के उपराज्यपाल जोनल हेड और विनीत धारीवाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एचडीएफसी बैंक शामिल रहे
वाराणसी: दुनिया के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय टेम्पल्स कन्वेंशन और एक्सपो (आईटीसीएक्स) 2023 का उद्घाटन समारोह का आयोजन आज वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में संपन्न हुआ। इस शानदार कार्यक्रम में पारंपरिक ढोल, लोक लेज़िम नृत्य और मंगल मंत्रों के बीच भारत के सबसे प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और उल्लेखनीय नेताओं का स्वागत किया गया।
इस भव्य कन्वेंशन का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कन्वेंशन के अध्यक्ष श्री प्रसाद लाड (महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य और कन्वेंशन के संस्थापक) और श्री गिरेश कुलकर्णी (जो टेम्पल कनेक्ट के संस्थापक भी हैं) के साथ किया, ।
समारोह के बाद विशेष संबोधन हुआ
★ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत
★ प्रसाद लाड- अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय मंदिर सम्मेलन और एक्सपो 2023 और महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य
★ गिरेश कुलकर्णी- टेम्पल कनेक्ट और इंटरनेशनल टेम्पल्स कन्वेंशन एंड एक्सपो 2023 के संस्थापक
★ अश्विनी कुमार चौबे- भारत के उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री
★ अशोक तिवारी- वाराणसी के मेयर
इस 3-दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन का मुख्य आकर्षण प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के एक प्रेरक पत्र की प्रस्तुति थी, जिसमें इं अंतर्राष्ट्रीय टेम्पल्स कन्वेंशन और एक्सपो 2023 की पहल के लिए उदार समर्थन की पेशकश की गई थी। इसके अलावा भी पत्र में बहुत कुछ कहा गया था, जिसमें उन्होंने प्रतिभागियों को ‘विकास भी, विरासत भी’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए मंच का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि 30 से अधिक देशों के सैकड़ों मंदिरों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों की भागीदारी सिर्फ हमारे देश में ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर मंदिर इकोसिस्टम की सुदृढ़ता के लिए एक बहुत ही अच्छा संकेत है।
आईटीसीएक्स 2023 पूरी तरह से दुनिया भर के मंदिरों के प्रबंधन के लिए समर्पित है और मंदिर इकोसिस्टम के प्रशासन, प्रबंधन और संचालन को सुदृढ़ करने और सशक्त बनाने पर केंद्रित है। इस कन्वेंशन की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें 32 देशों के हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन सहित विभिन्न धर्मों के धार्मिक संस्थानों के प्रशासनिक प्रतिनिधि और प्रमुख गणमान्य लोग हिस्सा ले रहे हैं।
पहले दिन के सत्रों में समान विचारधारा वाले गणमान्य व्यक्तियों द्वारा गुणवत्तापूर्ण मंदिर प्रबंधन और विकास प्रथाओं पर विशेषज्ञ वार्ता, चर्चा और प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। इस कार्यक्रम में श्री ए.वी. धर्म रेड्डी, कार्यकारी अधिकारी, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम, डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राज्यसभा सदस्य और श्री विनीत धारीवाल, जोनल प्रमुख, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एचडीएफसी बैंक उपस्थित रहे।
आईटीसीएक्स 2023 और टेम्पल कनेक्ट के संस्थापक, गिरेश कुलकर्णी ने तीन दिवसीय सत्रों की में होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “विगत छह महीनों में हमने विभिन्न मंदिरों को आमंत्रित किया, उनसे मुलाकात की और कार्यक्रम संरचना के बारे में उनका इनपुट लिया। आईटीसीएक्स इन वार्तालापों को गति प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम जानते हैं कि हमारे मंदिर और उनका प्रबंधन, संचालन और प्रशासन कितना महत्वपूर्ण है। यह पहली बार हुआ है कि मंदिर प्रबंधन और सेवाओं के प्रति इतनी बड़ी संख्या में लोग एक ही स्थान पर एकत्र हुए हैं। मंदिर की अर्थव्यवस्था 40 अरब डॉलर की है, और इस सभागार में 20 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बैठी है। यहाँ उपस्थित सभी लोग अलग-अलग पृष्ठभूमि के हैं, और ज्ञान, तकनीक व सीसीटीवी के अपडेटेड वर्ज़न पर प्रशिक्षण प्राप्त नहीं करते हैं। और यदि हम ऐसा करते भी हैं, तो यह बड़ी संख्या में दर्शकों तक पहुँचे बिना ही समुदाय के भीतर ही बना रहता है। आईटीसीएक्स मंदिर इकोसिस्टम में फायरब्रांड्स के साथ न सिर्फ नॉलेज-शेयरिंग की सुविधा प्रदान करने, बल्कि तीन दिनों तक आकर्षक पैनल चर्चा और वार्तालाप का वादा भी करता है। इस कन्वेंशन में संबंधित अधिकारियों और सरकार को सूचित करने के लिए इन चर्चाओं का एक श्वेत पत्र भी तैयार किया जाएगा।”
आईटीसीएक्स के पहले दिन श्रीमती तमिलिसाई सौंदर्यराजन (तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल) द्वारा श्री कोविलूर स्वामीजी (214 वर्ष पुराने कोविलूर मठ के 14वें पोंटिफ) के साथ कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का विशेष संबोधन किया गया। कोविलूर मठ एकमात्र मठ था, जिसने जाति और पंथ के भेदभाव के बिना तमिल में आदि शंकराचार्य के वेदांत दर्शन की शिक्षा प्रदान की थी।
कार्यक्रम का समापन श्री सुनील वर्मा (आईएएस, काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ) द्वारा किया गया। उन्होंने वाराणसी में ‘काशी-विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट’ के बारे में गहन जानकारी प्रदान की, जिसका उद्देश्य एक समृद्ध मंदिर वार्ता सत्र में मंदिर वाले शहर के तीर्थयात्रियों को बेहतर अनुभवों की पेशकश करना है।
आईटीसीएक्स, विविध पृष्ठभूमि के मंदिर के दिग्गजों को एक साथ लाने का सार्थक माध्यम बना है, जिसका उद्देश्य मंदिर प्रबंधन और सेवाओं में सर्वोत्तम प्रथाओं पर अमूल्य अंतर्दृष्टि साझा करना है। कार्यक्रम में ही रहीं सभी चर्चाएँ ज्ञानवर्धक रहीं, जो निश्चित रूप से पूरे देश में मंदिर इकोसिस्टम को प्रभावित करेगी। कार्यक्रम के पहले दिन नवाचार को बढ़ावा देने वाले सुदृढ़ संबंध स्थापित करने और मंदिर समुदायों व भक्तों की सुविधा के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण स्थापित करने का लक्ष्य लिया।