आचार्य देव ने प्रयागराज के मंदिरों को डिजिटल करने का उठाया बीड़ा

प्रयागराज: प्रयागराज में जन्मे आचार्य देव आज एस्ट्रोलॉजी की दुनिया का जाना पहचाना नाम है। आचार्य देव ने प्रयागराज से बाहरवीं तक की पढ़ाई की। जिसके बाद उनके मन में संगम नगरी और वेद पुराण के प्रति लगाव पैदा हुआ और उन्होंने तभी से भारत के सनातन धर्म को विश्व भर में फैलाने का विचार बना लिया था। इसी ध्येय से आचार्य जी ने वामा एप बनाया जिसके माध्यम से देश विदेश के किसी भी कोने से कोई भी मंदिर किसी भी भक्त से डिजिटली जुड़ सकता है। जिससे भक्त से भगवान की दूरी भी कम हो जाएगी।

आचार्य देव ने कहा प्रयागराज का सोमेश्वर मंदिर भी अब हमारे वामा एप से जुड़ गया है। अब आप वामा एप के द्वारा अपने नाम से पूजा करा सकते हैं, दर्शन कर सकते हैं, आरती देख सकते हैं और तो और मंदिर में दान के साथ ही मंदिर के बाहर बैठे गरीबों को भी ऑनलाइन दान कर सकते हैं।

आचार्य देव ने बताया कि सबसे पहले आपको इस मोबाइल एप्लीकेशन को मोबाइल के प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से जाकर डाउनलोड करना होगा। डाउनलोड करने के बाद उसमें मांग रही आपकी सभी जानकारी भरनी होगी. इसके बाद ज्योतिषि से बात कर सकते हैं जिसके लिए दिए गए विकल्प पर क्लिक करना होगा और अगर पूजा करानी है तो पूजा का एक विकल्प दिया गया है। उस पर क्लिक करना होगा। पूजा एप पर लाइव दिखाई जाती है। जिसके बाद भक्त को उनकी पूजा की रिकॉर्डिंग भी भेजी जाती है।

ऑनलाइन भुगतान 500 रूपए से शुरू है. इसके बाद उनकी टीम भक्तों से संपर्क करती है और बताती है कि आज उनकी पूजा है उन्हें स्नान करके बैठना है और पूजा देखते हुए पुजारी के साथ जो मंत्रों को बताया जाए उन्हें उच्चारण करते रहना है. इस तरह से व्यक्ति की पूजा पूरी हो जाती है और उसकी रिकॉर्डिंग करके भी उसे भेज दिया जाता है।

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