लखनऊ,: आयुरंश की टीम के द्वारा लखनऊ में अटल बिहारी कन्वेंशन सेंटर केजीएमयू कैंपस में देश के विभिन्न राज्यों से आए लगभग 1500 से अधिक आयुर्वेद चिकित्सकों के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन का आरंभ दिनाक 16 सितंबर 2023 को किया गया, यह कार्यक्रम भारत सरकार के आयुष मंत्रालय एवं आयुर्वेद फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के द्वारा समर्थित है।
इस कार्यक्रम में शुद्धि हिम्स एवं ए.एफ.आई. के संस्थापक आचार्य मनीष एवं डा. अभिषेक विशिष्ट अतिथि एवं कार्यक्रम के वक्ता के रूप में उपस्थित हुए, कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश भा.ज.पा. के प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेंद्र चौधरी जी एवं एम.एस.एम.ई. मंत्री श्री राकेश सचान जी ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का शुभारंभ किया। दोनों ही नेताओं ने आयुर्वेद की उपयोगिता एवं इससे जुड़ी उत्तरप्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता एवं योजनाओं के बारे में सभी उपस्थित चिकित्सकों को विस्तार से बताया। आयुर्वेद फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के संस्थापकों आचार्य मनीष, डा अभिषेक एवं संगठन के विभिन्न पदाधिकारियों की ओर से प्रदेश में चल रही केंद्र सरकार की जनस्वास्थ्य को बिना किसी पैसे को देकर उपचार करवाने वाली “आयुष्मान योजना” एवं उत्तर प्रदेश कर्मचारियों के कैशलेस उपचार हेतु आयुर्वेद के अस्पतालों को भी शामिल करवाने के लिए ज्ञापन दिया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं एम.एस.एम.ई. मंत्री जी ने वादा किया है कि वे निश्चित ही जनकल्याण के लिए फायदेमंद इस कार्य को शीघ्रता से प्रदेश में लागू करवाने के लिए पूर्ण प्रयास करेंगे।
आयुरांश एवं आयुर्वेद फेडरेशन ऑफ़ इंडिया की टीम की ओर से ज्ञापन देने के लिए डा. प्रशांत तिवारी, डा.ऋषभ दीक्षित, डा.यश चौधरी, डा.अभिषेक द्विवेदी, डा.सुमित दोराया, डा.वेद द्विवेदी, डा.नरेश गर्ग, डा. अक्षय गोयल आदि भी उपस्थित रहे।
यदि इन योजनाओं को उत्तर प्रदेश में लागू कर दिया जाए तो प्रदेश के करोड़ों गरीब, मध्यम वर्ग के लोगों एवं राज्य के लाखों कर्मचारियों को आयुर्वेद के माध्यम से न सिर्फ बेहतरीन एवं हानिरहित पंचकर्म, क्षारसूत्र आदि उपचार को ले सकेंगे बल्कि शरीर में बिना वजह के हानिकारक साइडइफेक्ट वाली केमिकल की ट्रीटमेंट पद्धतियों के जोखिम भरे उपचारों से भी बच सकेंगे।
आयुर्वेद एक प्राचीन और प्रमुख चिकित्सा पद्धति है जो अकेले न केवल बीमारियों को ठीक करने में मदद कर सकती है बल्कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकती है। आचार्य मनीष की संस्था शुद्धि हिम्स को देशभर में आयुर्वेद और नेचुरल हीलिंग से किडनी, लिवर, हार्ट प्रॉब्लम और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का सफल इलाज करने के लिए जाना जाता है। शुद्धि हिम्स आयुर्वेद से इलाज के लिए भारत में एक प्रमुख नाम है। जिसका मेरठ में 1000 बेड की क्षमता के साथ एशिया का सबसे बड़ा आयुर्वेद, नेचुरोपैथी का इंटीग्रेटेड साइंस का इंस्टीट्यूट है। साथ ही लखनऊ, मुंबई, जयपुर, चंडीगढ़, गुरुग्राम आदि देश के 150 से अधिक क्लिनिक एवं अस्पताल मौजूद हैं जो अपने रोगियों का संपूर्ण समर्पण के साथ शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए प्राचीन विधियों से उपचार प्रदान करता है।
जिसके माध्यम से देश और दुनिया के लाखों मरीजों ने किडनी, लिवर, थैलेसीमिया आदि जैसी गंभीर बीमारियों से लड़कर अपने जीवन को बचाया है।
शुद्धि हिम्स में मरीज़ सभी प्रकार के कैशलेस एवं आरोग्य संजीवनी आदि सहित सभी तरह की हेल्थ पॉलिसी के माध्यम से मुफ्त इलाज पा सकते है। देश भर के इन केंद्रों में 250 से अधिक आयुष पद्धतियों के वरिष्ठ, अनुभवी एवं विशेषज्ञ डॉक्टर्स अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
आयुर्वेद फेडरेशन और शुद्धि हिम्स की सम्पूर्ण टीम का लक्ष्य है कि देश भर में लोगों को आयुर्वेद के माध्यम से बेहतर एवं हानिरहित उपचार प्राप्त हो, जिससे लोग आरोग्य रहित होकर स्वस्थ जीवन व्यतीत करें। इसके लिए सभी लोग मिलकर इसको जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं एवं देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी को देश को विश्वगुरु बनाने के अभियान एवं दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में आयुर्वेद के माध्यम से बहुत बड़ा योगदान दिया जाना संभव है