बरेली: देश की दिग्गज एफएमसीजी कंपनियों में एक बीएल एग्रो इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी बीएल कामधेनु फार्म्स लिमिटेड की टीम ने आज बरेली में जिला प्रशासनिक कार्यालय को एक महत्वाकांक्षी प्रस्ताव प्रस्तुत किया। श्रीमती सौम्या अग्रवाल (बरेली कमिश्नर) की अध्यक्षता में इस प्रस्ताव के अंतर्गत क्षेत्र के भीतर दुधारू पशुओं, भ्रूण स्थानांतरण तकनीक और मवेशी आईवीएफ तकनीक के लिए एक अत्याधुनिक नस्ल सुधार केंद्र स्थापित करने की योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की गयी।बीएल कामधेनु फार्म्स की प्रस्तुति ने डेयरी उत्पादों और पशुधन की उच्चतम गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक समाधानों के साथ डेयरी किसानों और पशुपालकों को सशक्त बनाने की उनकी अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।बी एल कामधेनु भारत में पशु प्रजनन और डेयरी फार्मिंग में क्रांति लाने के एक दूरदर्शी मिशन पर है। इस परियोजना के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उच्च आनुवंशिक योग्यता (एचजीएम) वाली गिर नस्ल की गायों के प्रबंधन की क्षमता के साथ एक “प्रजनन केंद्र” की स्थापना तक फैली हुई है। कंपनी का दृष्टिकोण सामुदायिक भागीदारी पर जोर देता है, जिसका लक्ष्य किसानों की आय और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह पहल भारत में अगली श्वेत क्रांति में योगदान देने के समर्पण को दर्शाती है।लीड्स कनेक्ट (बीएल एग्रो इंडस्ट्रीज की एक सहयोगी कंपनी) आजीविका के अवसर प्रदान करके किसानों, ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने और ग्रामीण समाज के आर्थिक उत्थान में योगदान देने के लिए एक पप्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना कर रही है।कार्यक्रम के दौरान इस बात पर सहमति बनी कि जिला प्रशासन, बरेली इस पहल को सफल बनाने के लिए अपना पूरा सहयोग देगा। नंद बाबा मिल्क मिशन योजना के अनुरूप, यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रमुख योजनाओं के लाभार्थी इस परिवर्तनकारी कृषि प्रयास में सक्रिय रूप से भाग लें और लाभान्वित हों।
इस कार्यक्रम में जिला डेयरी और पशुपालन विभाग के अधिकारी प्रदीप कुमार (एडीसी), संयुक्त विकास अधिकारी श्री जगप्रवेश (मुख्य विकास अधिकारी,सीडीओ), श्री राजेश कुमार (एडी एग्री) श्री एल.के.वर्मा, (अपर निदेशक पशुपालन, बरेली मंडल, बरेली) और डॉ. मेघ, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, बरेली, इस कार्यक्रम में उपस्थित थे और इस नवीन पहल के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। बीएल ग्रुप का प्रतिनिधित्व श्री अजय भट्ट, श्री अनिल पारीक, श्री सैयद हैदर और देवेन्द्र सिंह ने किया।नंद बाबा मिशन के तहत संचालित नंदिनी कृषक समृद्धि योजना का उद्देश्य राज्य में मवेशियों की नस्ल और दूध उत्पादन को बढ़ावा देना है। परियोजना की कुल लागत 62 लाख रुपये और सब्सिडी 31 लाख रुपये है। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पहल के तहत बरेली जिले के लिए चार ऐसी इकाइयों की स्थापना को मंजूरी दी है।
इस संबंध में अधिक जानकारी एवं पूछताछ के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करें।