रील लाइफ लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह ने अशोक चक्र से सम्मनित ब्रेवहार्ट के रियल लाइफ परिवार से मुलाकात की !

मुंबई, भारतीय सैनिकों ने हमारे देश के कुछ सबसे महत्वपूर्ण संघर्षों में लड़ाई लड़ी है। इनमें से कुछ जवानों ने तो अपने देश के लिए अपनी जान भी कुर्बान कर दी है। अमेज़ॅन – मिनीटीवी उन सभी अनछुए नायकों को उनके अनगिनत बलिदानों के लिए सम्मानित करता है जिन्होंने देश और उसके नागरिकों की सुरक्षा में उनका अतुल्य योगदान दिया है। रक्षक: इंडिआस ब्रेवहार्ट ने लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह की घटना को दर्शाता है, जिन्होंने जम्मू तवी रेल्वे स्टेशन पर आतंकवादियों से लड़ते हुए कठिनाइयों का सामना किया और स्टेशन पर मौजूद 300 से अधिक नागरिकों को बचाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।

स्ट्रीमिंग सेवा द्वारा देशभक्ति फिल्म शैली में पहली फिल्म होने के नाते, अमेज़ॅन मिनीटीवी ने आज एक दिल को छू लेने वाला वीडियो साझा किया है, जिसमेंप्रतिभाशाली अभिनेता वरुण मित्र द्वारा अभिनीत रील लाइफ लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह और अशोक चक्र विजयी नायक के वास्तविक जीवन के परिवार के बीच एक भावनिक संभाषण को दर्शाया गया है।बातचीत में एक व्यक्तिगत रूप में उनके बारे में और भारतीय सेना में एक सैनिक बनने की उनकी यात्रा के बारे में लेफ्टिनेंट सिंह के परिवार के विचारों को दर्शाया गया है। अपने बेटे पर बन रही फिल्म के बारे में अपने विचार साझा करते हुए लेफ्टिनेंट सिंह की मां ने कहा, “मैं बहुत गर्व महसूस कर रही हूं, सभी की पिक्चर नहीं बनती।” जम्मू रेलवे स्टेशन पर आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि के साथ, अशोक चक्र-पुरस्कार से सम्मानित इनके जीवन का अनुरेखण करते हुए, यह फिल्म देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना को दर्शाती है और उसका आह्वान करती है। अक्षय चौबे द्वारा निर्देशित और जगरनॉट द्वारा निर्मित इस फिल्म में वरुण मित्रा के साथ कनिका मान, मृणाल नवल, मृणाल कुलकर्णी और मोहित चौहान मुख्य भूमिका में हैं।

बातचीत के दौरान, लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह की मां ने खुलासा किया कि परिवार में किसी को भी नहीं पता था कि उन्होंने सेना के लिए आवेदन किया है, और जब उन्होंने अपने बेटे से सवाल किया, तो उसने जवाब दिया, “मम्मी, सारे सेलेक्ट नहीं होते ना, जब सेलेक्ट हो जाउंगा तब बता दूंगा”। वरुण मित्र आगे बताते हैं कि जितना ज़्यादा उन्होंने लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह के बारे में सुना, उतने ही उन्होंने खुद से सवाल किये कि क्या वह इस किरदार के साथ न्याय कर पाएंगे? उन्होंने लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह को एक निस्वार्थ व्यक्ति के रूप में परिभाषित करते हुए कहा, “वो लोग ही अलग होते हैं, उनके अंदर कुछ और ही मिट्टी होती है”।

उनकी बहन ने बताया कि लेफ्टिनेंट सिंह को नौसेना के लिए चुना गया था लेकिन उनके पिता नहीं चाहते थे कि वे वहां जाएं; इसके बजाय, उन्हें कृषि विश्वविद्यालय भेजा गया जहाँ उन्होंने बी.एससी ऑनर्स की पढ़ाई पूरी की। अपनी डिग्री पूरी करने के बाद वह भारतीय सेना में शामिल हो गए। उन्होंने आगे कहा कि उनके तीव्र रूप के लिए उनके विश्वविद्यालय में उन्हें टॉम क्रूज़ के नाम से जाना जाता था और उन्होंने यह भी बताया कि वह अपने भाई को सैनिक की वर्दी में देखकर मंत्रमुग्ध हो गई थीं। परिवार ने यह भी बताया कि वह एक निस्वार्थ व्यक्ति थे जिन्होंने देश की सुरक्षा और संप्रभुता को हमेशा अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा। घटना से अनजान, सिंह का परिवार घर पर उनकी शादी की तैयारी कर रहा था। घर के अंदर खुशियों की ठहाके गूंज रहे थे और तैयारियां जोरों पर थीं, तभी उन्हें जम्मू तवी स्टेशन पर हुई भयानक घटना के बारे में बताया गया।

स्क्रीन पर लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह की भूमिका निभाने वाले वरुण मित्रा ने अपने विचार साझा किए और कहा, “पटियाला से पठानकोट तक परिवार से मिलने के लिए गाड़ी चलाते समय मेरी भावनात्मक स्थिति को शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है। हर कोई स्वागत कर रहा था और गर्मजोशी से भरा था। एक संपूर्ण ऊर्जा मनो मानो मेरे आसपास थी । सभी ने त्रिवेणी सर और मेरे बीच अद्भुत समानता के बारे में बात की। उनकी मां ने कहा कि हमारी आंखें एक जैसी दिखती हैं और हमारे आचरण और ऊर्जा में कुछ ऐसा था जो एक जैसा था। उनकी मां और बहन ने भी कहा, “तुम्हें लगता है कि तुम्हें निर्माता या निर्देशक ने चुना है ऐसा नहीं है जितने भी लोग क्रू में हैं या कास्टिंमें हैं, उन लोगों को त्रिवेणी ने चुना है। ” और यह वास्तव में मेरे लिए बहुत भावनिक पल थे ।”

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