“हम अपने आपमें पूर्ण हैं। हम महारानी हैं, योद्धा हैं…” ओजी महारानी हुमा कुरैशी ने 16 साल की हुमा को लिखी एक प्यारी-सी चिट्ठी

बहुप्रतीक्षित ‘महारानी 3’ आ चुकी है और दर्शकों को रानी भारती बनी हुमा कुरैशी का पहले से भी ज्यादा आत्मविश्वास से भरा और दमदार लुक काफी पसंद आ रहा है। इस सीरीज की लोकप्रियता, नारीत्व के उस अमिट जज्बे को दर्शाती है। ऐसे में हुमा कुरैशी ने वुमन्स डे वीक में अपने ही जवां रूप को एक खत लिखने के लिए इंस्टाग्राम का सहारा लिया।

हुमा का खत 16 साल की हुमा के लिए

उस दिन के लिए तहे दिल से शुक्रिया जब क्लास 11 में तुम प्रिंसिपल ऑफिस में बेधड़क घुस गई। तुम डरी हुई थी, लेकिन स्टेज के लिए तुम्हारा प्यार, तुम्हें उस डर से बाहर ले आया। तुम्हें उन्हें अपनी पसंद के बारे में बताना था: तुम पढ़ाई नहीं परफॉर्मिंग आर्ट्स करना चाहती हो, साइंस नहीं ह्यूमैनिटीज लेना चाहती हो। जब पहली बार मन में उठे शक से तुम्हारा सामना हुआ था। जब उम्मीदों को तोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ।
उन्होंने तुम्हें जिद्दी कहा! तुम्हारे सपने गलत थे! तुम्हें भी औरों की तरह होना था- किसी एक सांचे में ढलकर खुश हो जाना और एक सुरक्षित और तय रास्ते पर चलना।

इतना अडिग होने के लिए तुम्हारा शुक्रिया, क्योंकि तुम्हारी यही जि़द तुम्हें इतने अद्भुत सफर पर लेकर आई। बस थोड़ा-सा और इंतजार हुमा, खुद पर तुम्हारा यही पक्का यकीन तुम्हें तुम्हारी जगह दिलाएगा। मेरा वादा है : )

जब तुम मुंबई आई थी, तुम किसी को नहीं जानती थी, फिर भी उस अटूट विश्वास के साथ हर ऑडिशन, हर मीटिंग में गई- जब मैं दरवाजे पर आती थी वो नहीं जानते थे, मैं कौन हूं, लेकिन मैं यकीन दिलाती हूं यहां से बाहर निकलते वक्त वो मुझे जरूर याद रखेंगे!

एक नए शहर में शुरूआत के दिन बहुत ही मुश्किल होते हैं, तुम्हें रास्ता दिखाने वाला कोई नहीं होता, बस तुम्हारे सपने होते हैं। कई ऐसी रातें गुजरीं जब तुम अकेले में रोते हुए उम्मीद की एक किरण के लिए प्रार्थना करती थी। हर रिजेक्शन से दिल दुखता था, लेकिन हर बार तुम उठी और फिर लड़ी हो और आगे बढ़ती रही!
आज मैं बड़ी हो गई हूं, पहले से समझदार भी और शायद थोड़ा दिखावा भी ओढ़ लिया है, लेकिन मैं तुमसे कहना चाहती हूं कि तुम अभी भी एक ‘सिंपल गर्ल’ रह सकती हो और अभी भी बड़े सपने देख सकती हो।

उन मुश्किल दिनों में जब इन फुसफुसाहटों के बीच उन्होंने तुम्हें किसी फिल्म के लिए रिजेक्ट किया या तुम्हें मौका नहीं दिया कि “तुम उतनी परफेक्ट नहीं”, पर तुमने विजयी अंदाज में उन्हें गलत साबित कर दिया। आगे भी ऐसे कई दिन होंगे जब वे तुम्हें नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे और तुम्हें कहीं किनारे धकेल देना चाहेंगे। उन पर ध्यान मत दो, क्योंकि तुम्हारी आंखों में एक आग है और कहने के लिए काफी सारे किस्से।

वो महिलाएं तुम्हें देखेंगी। तुम्हारे उन हाजिरजवाब इंटरव्यूज और तुम्हारे निभाए गए उन किरदारों में वे खुद को देखेंगी: खरी, बेबाक और दृढ़। मैं यह जानना चाहती हूं हुमा कि तुम महारानी की रानी भारती या डबल एक्सएल की राजश्री या मोनिका ओ माय डार्लिंग की मोनिका मचादो के बारे में क्या सोचती हो।
मुझे लगता है तुम्हें वो पसंद आएंगी।

इसलिए, क्योंकि वे बनावटी, सजी-धजी हीरोइनें नहीं हैं। वो तुम्हारी और उन दूसरी लाखों महिलाओं की ही तरह बेतरतीब, बेबाक और दमदार हैं जो तुम्हें देखेंगी।

तुम्हारी रानी, जो दमदार नेता है, अपना राज्य चलाती है, अपने नियम खुद लिखती है और फीनिक्स की तरह राख से उठ खड़ी हुई है, तुम्हें उन महिलाओं की याद दिलाएगी जो एक-दूसरे का सहारा बनती हैं। उन्हें किसी और की जरूरत नहीं। हम खुद में परिपूर्ण है। हम महारानी हैं, योद्धा हैं, अपनी किस्मत खुद लिखती हैं! यदि एक छोटे से शहर की रानी ये सब कर सकती है, तो तुम भी कर सकती हो।

इसलिए, अपनी आवाज दबाओ नहीं या बोलने से रुको नहीं। अपने आस-पास की उन विजयी महिलाओं की तरह ही, तुम भी कर सकती हो और उस शोर से ऊपर उठ सकती हो।

प्यार और गर्व के साथ

उस हुमा के लिए जो मुश्किलों से लड़ी और आज भी चमक बिखेर रही है।

नरेन कुमार और डिंपल खरबंदा द्वारा निर्मित, सुभाष कपूर द्वारा तैयार और सौरभ भावे द्वारा निर्देशित इस रोचक कहानी को सुभाष कपूर और नंदन सिंह ने लिखा है। इसमें हुमा कुरैशी, अमित स्यारल, विनीत कुमार, प्रमोद पाठक, कानि कुश्रुति, अनुजा साठे, सुशील पाण्डे, दिब्येंदु भट्टाचार्य और सोहम शाह जैसे दिग्गज कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं।

महारानी देखिए सिर्फ सोनी लिव पर!

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