स्टॉक की बदलती प्रकृति और कारोबारी परिदृश्य को देखते हुए ‘मार्केट क्या लगता है?’ निवेशकों का एक सामान्य सवाल है। अगर किसी को इसका जवाब पता भी हो तो वह इस स्थिति का प्रभावी तरीके से लाभ नहीं उठा पाता। लेकिन अब इसका समाधान है। बदलते आर्थिक और बाजार परिदृश्य में अधिकतम रिटर्न चाहने वाले दीर्घकालिक निवेशकों के लिए, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बिजनेस साइकल फंड एकमुश्त और एसआईपी निवेश दोनों के लिहाज से एक आकर्षक विकल्प प्रदान करता है।
जनवरी 2021 में लॉन्च किया गया और अनीश तवाकली, ललित कुमार और मनीष बंथिया के नेतृत्व वाले इस फंड के पास विभिन्न साइकल्स का संचालन करने और बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन करने का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। सटीक मैक्रो और माइक्रो कॉल व जोखिमों का प्रभावी प्रबंधन करते हुए इसने अपने निवेश पर मजबूत रिटर्न देते हुए पोस्ट-कोविड और गतिशील ब्याज दर स्थिति, भू-राजनीतिक संघर्ष और वैश्विक विकास में उतार-चढ़ाव जैसी विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने में सफल रहा है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बिजनेस साइकल फंड का लक्ष्य विभिन्न क्षेत्रों, थीम और मार्केट कैप में अवसरों का लाभ उठाना है। निवेश की रणनीति टॉप-डाउन एप्रोच के साथ प्रचलित व्यावसायिक साइकल्स के आधार पर इन अवसरों की पहचान करने पर केंद्रित है। मूल रूप से लचीली और फ्री इस स्कीम में कैपिंग या न्यूनतम आवंटन मानदंड नहीं है। यह बाजार चक्र के आधार पर निवेश थीम्स पर निर्णय लेता है, और विभिन्न वित्तीय मापदंडों के आधार पर पहचाने गए क्षेत्रों के भीतर चुनिंदा स्टॉक में छिपे अवसरों का लाभ उठाता है।
मिसाल के तौर पर, मजबूत वैश्विक और घरेलू विकास की अवधि के दौरान, फंड वैश्विक स्तर पर मेटल, माइनिंग और तेल जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर सकता है, जबकि घरेलू स्तर पर उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, पूंजीगत सामान, बैंकिंग, ऑटो और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों को चुन सकता है। इसी तरह, सुस्त वैश्विक और घरेलू विकास की अवधि के दौरान, घरेलू स्तर पर दूरसंचार, एफएमसीजी और यूटिलिटी जैसे रक्षात्मक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।
निवेश रणनीति बदलती व्यापक आर्थिक स्थितियों के साथ विकसित होती है। भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और अन्य कारकों से उत्पन्न प्रत्याशित अस्थिरता के बावजूद, फंड संभावित जोखिमों को कम करने के लिए रक्षात्मक क्षेत्रों और डेट में निवेश के साथ घरेलू इक्विटी पर सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखता है।
स्थितियों के मुताबिक बदले जानी वाली रणनीति के मुताबिक, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बिजनेस साइकल फंड ने अपने पोर्टफोलियो को अच्छी तरह से पूंजीकृत बैंकों, फार्मा और आईटी जैसे रक्षात्मक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ बढ़ती मांग और ईवी की बढ़ती पहुंच जैसे कारकों के कारण ऑटो जैसे क्षेत्रों पर सकारात्मक रुख दिखाया है। पोर्टफोलियो का लगभग 55% घरेलू क्षेत्रों को आवंटित किया गया है, जो मजबूत आर्थिक गतिविधि की उम्मीद का संकेतक है।
इसके अलावा, पोर्टफोलियो में पर्याप्त नकदी घटक की मौजूदगी है, जो वर्तमान में लगभग 11% है। वैल्यूएशंस के सस्ता नहीं होने को देखते हुए यह आवंटन फंड के सतर्क दृष्टिकोण को सामने लाता है। गौरतलब है कि विदेशी इक्विटी और ईटीएफ एक्सपोजर फंड के वजन का 7.5% है, जो अंतरराष्ट्रीय अवसरों पर इसके मजबूत फोकस को दर्शाता है।
फंड ने जबरदस्त रिटर्न दिया है। विभिन्न समय-सीमाओं में अपने बेंचमार्क, निफ्टी 500 टीआरआई के मुकाबले आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बिजनेस साइकल फंड के प्रदर्शन का तुलनात्मक विश्लेषण दिखाता है कि फंड ने अपने मजबूत प्रदर्शन को जारी रखते हुए लगातार अपने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया है।
फंड की शुरुआत (18 जनवरी 2021) में किया गया 10 लाख रुपये का निवेश 31 मार्च 2024 तक बढ़कर लगभग 20.8 लाख रुपये हो चुका है। यह 25.7% का जबरदस्त सीएजीआर (मिश्रित वार्षिक वृद्धि दर) है। वहीं, स्कीम के बेंचमार्क निफ्टी 500 टीआरआई में समान निवेश की रकम बढ़कर 17.7 लाख रुपये हुई होती, 19.7% सीएजीआर की दर से मिला रिटर्न होता।
फंड का एसआईपी रिटर्न भी प्रभावशाली रहा है। शुरुआत से, 10,000 रुपये के मासिक एसआईपी के जरिए कुल 3.9 लाख रुपये का निवेश किया गया होता, जो 31 मार्च, 2024 तक बढ़कर 6.1 लाख रुपये हो चुका होता, यानी इस पर 28.8% का रिटर्न मिलता। वहीं, बेंचमार्क में समान निवेश से उसी अवधि के दौरान 20.2% का रिटर्न मिलता।
पिछले एक साल के संदर्भ में, फंड ने अपने बेंचमार्क के 40.3% तुलना में 13% अधिक की वृद्धि के साथ 53.7% का रिटर्न दिया है। तीन साल के रिटर्न का भी यही ट्रेंड रहा है।
कुल मिलाकर, तीन साल से अधिक की समयावधि वाले निवेशकों के लिए, यह फंड आसान और सरल तरीके से आर्थिक चुनौतियों को प्रबंधित करने का एक आकर्षक अवसर प्रदान करता है